शनिवार को लद्दाख के पूर्वी हिस्से में एक दुखद घटना Ladakh tank accident में भारतीय सेना के पांच जवानों की मौत हो गई। यह हादसा एक डी-इंडक्शन अभ्यास के दौरान हुआ, जो हमारे बहादुर सैनिकों के सामने आने वाली चुनौतियों और खतरों को उजागर करता है।
Ladakh tank accident कैसे हुआ?
शनिवार की सुबह यह घटना हुई जब एक सेना का टैंक श्योक नदी में फंस गया, जो सासेर ब्रांसा, पूर्वी लद्दाख के पास है। टैंक एक प्रशिक्षण अभ्यास का हिस्सा था, और सैनिक बोधि नदी को पार कर रहे थे जब पानी का स्तर अचानक बढ़ गया, जिससे टैंक और उसमें सवार सभी डूब गए।
मृतकों की पहचान
Ladakh tank accident में जान गंवाने वाले पांच सैनिकों की पहचान इस प्रकार है:
- रिसालदार एमआरके रेड्डी
- हवलदार सुब्हान खान
- दफादार भूपेंद्र नेगी
- लांस दफादार एकेडांग तैबाम
- क्राफ्ट्समैन एस नागराजू
रेस्क्यू ओप्रेशन
बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया, लेकिन तेज धाराओं और उच्च जल स्तर के कारण फंसे हुए टैंक तक पहुंचना मुश्किल हो गया। दुर्भाग्यवश, सैनिकों को बचाया नहीं जा सका और बाद में उनके शव बरामद किए गए।
शोक संवेदनाएँ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। यह घटना ड्यूटी के दौरान हमारे सैनिकों द्वारा किए गए जोखिम और बलिदान की एक गंभीर याद दिलाती है।
हादसे की जांच
हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
Ladakh tank accident हमारे सैनिकों द्वारा दुनिया के सबसे कठिन इलाकों में सामना की जाने वाली चुनौतियों की एक दुखद याद दिलाती है। हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और हम अपने सैनिकों की बहादुरी और बलिदान को सलाम करते हैं।