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क्या है hot yoga: जो कर सकता है तनाव दूर
योग और बिक्रम योग: मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
हाल ही में प्रकाशित जर्नल ऑफ क्लिनिकल साइकिएट्री में हुआ एक गहन अध्ययन ने hot yoga के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव को जांचने का प्रयास किया है, खासकर बिक्रम योग के साथ, जो एक विशेष गर्म कक्ष में प्राक्टिस किया जाता है। इस अध्ययन में योग के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने की कोशिश की गई और खासकर उन व्यक्तियों पर केंद्रित किया गया है जो अवसाद से पीड़ित हैं और जो इस समस्या के उपाय के रूप में योग का अध्ययन कर रहे हैं।
बिक्रम योग का विशेषत: बिक्रम योग एक प्रकार की हॉट योग है जिसमें योग आसनों को एक विशेष गर्म कक्ष में 105°F (लगभग 40.6°C) की तापमान पर प्राक्टिस किया जाता है। इस योग के संस्करण में कक्ष की गर्मी को एक अधिक टैक्स के तरह देखा जा सकता है, और यह व्यक्तियों को अधिक पसीना आने और योग आसनों को सहजता देता है। इस योग का ध्यान शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, और आत्मा के साथ जुड़ा होता है।
अध्ययन का उद्देश्य: इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य था कि योग, खासकर बिक्रम योग, के प्राक्टिस से जुड़े व्यक्तियों के मानसिक स्वास्थ्य पर कैसा प्रभाव पड़ता है। अध्ययन करने वाले शोधकर्ताओं ने यह जानने के लिए प्रयास किया कि क्या योग के अभ्यास से अवसाद, चिंता, और तनाव कम हो सकते हैं और क्या इसके पॉजिटिव प्रभाव लंबे समय तक बने रह सकते हैं।
अध्ययन की प्रक्रिया: इस अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने एक समृद्ध नमूना चुना, जिसमें व्यक्तियों को बिक्रम योग के अभ्यास के लिए अनुमति दी गई थी। योग के प्राक्टिस के दौरान, उन्होंने व्यक्तियों के मानसिक स्वास्थ्य को निगरानी की और उनके मानसिक स्वास्थ्य के परिवर्तन को ट्रैक किया। इसके अलावा, उन्होंने योग के प्रभाव को मानसिक स्वास्थ्य पर स्कोर के रूप में नकारात्मक और सकारात्मक परिणाम के रूप में मापा।
प्राप्त परिणाम: इस अध्ययन के परिणामस्वरूप, बिक्रम योग के प्राक्टिस से जुड़े व्यक्तियों के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार दिखाई गई। योग के अभ्यास से अवसाद और चिंता में कमी आई, और व्यक्तियों का मानसिक स्वास्थ्य सुधारा। इसके अलावा, योग के पॉजिटिव प्रभाव लंबे समय तक बने रहे, जिससे योग के प्राक्टिस करने वाले व्यक्तियों को लाभ हुआ।
मानसिक स्वास्थ्य में योग का महत्व: इस अध्ययन से प्रमाणित होता है कि योग, खासकर बिक्रम योग, मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है। योग के अभ्यास से व्यक्तियों का अवसाद और चिंता कम होते हैं, जिससे उनका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। योग के प्राक्टिस के लाभ लंबे समय तक बने रह सकते हैं,
अध्ययन में 80 प्रतिभागियों को शामिल किया गया था, जिन्हें दो समूहों में विभाजित किया गया था। पहला समूह सप्ताह में दो बार, प्रत्येक सत्र 90 मिनट के लिए, बिक्रम योग का अभ्यास करने को कहा गया था। दूसरे समूह को यह निर्देश नहीं दिया गया था कि वे गर्म योग में भाग लें, जिससे यह एक नियंत्रण समूह के रूप में कार्य कर सके। अध्ययन की अवधि आठ सप्ताह थी, और इस दौरान, शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों के मानसिक स्वास्थ्य में हो रहे परिवर्तनों का ध्यान से अध्ययन किया।
इस अध्ययन के परिणामों से यह स्पष्ट रूप से प्रकट हुआ कि बिक्रम योग के नियमित अभ्यास से अवसाद के लक्षणों में स्पष्ट सुधार होता है। वास्तव में, जो प्रतिभागी नियमित रूप से योग कक्षाओं में शामिल होते थे, उन्होंने अपने अवसादग्रस्त लक्षणों में महत्वपूर्ण कमी अनुभव की। यह सुधार उन प्रतिभागियों में भी देखा गया जिन्होंने शुरुआत में इस प्रक्रिया में संकोच किया था, लेकिन बाद में इसमें सक्रिय रूप से भाग लिया।
इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य यह था कि वह वैकल्पिक और गैर-फार्माकोलॉजिकल उपचारों की खोज में एक कदम और आगे बढ़े, जो अवसाद जैसी स्थितियों का प्रबंधन कर सकते हैं बिना किसी दवाई के निर्भरता या साइड इफेक्ट्स के। योग के इस विशेष रूप के अभ्यास से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार की संभावना को महसूस करना इस अध्ययन के माध्यम से और भी स्थिर होता है।
क्या है hot yoga: जो कर सकता है तनाव दूर
मुख्य निष्कर्ष
hot yoga जिसे उच्च तापमान में किया जाता है, अब वैज्ञानिक अध्ययनों में अपनी प्रभावशीलता के लिए प्रसिद्ध हो रहा है। इसका अभ्यास करने वाले प्रतिभागियों में अवसादग्रस्तता के लक्षणों में विशेष रूप से उल्लेखनीय कमी देखी गई है, जो नियंत्रण समूह की तुलना में बहुत अधिक थी।
अध्ययन में शामिल होने वाले आधे से अधिक प्रतिभागियों ने अपने अवसादग्रस्त लक्षणों में 50% या उससे अधिक की कमी का अनुभव किया। यह आंकड़ा उन लोगों के लिए आशा की किरण प्रदान करता है जो अवसाद से पीड़ित हैं और दवाओं के बिना उससे निपटने के वैकल्पिक तरीके ढूंढ रहे हैं।
और भी आश्चर्यजनक था यह कि 44% प्रतिभागियों ने अवसाद से पूरी तरह मुक्ति प्राप्त की। यह संख्या उन व्यक्तियों के लिए उम्मीद की एक नई रौशनी प्रदान करती है जो अवसाद के लक्षणों से जूझ रहे हैं और उन्हें अपने जीवन में बेहतरीन गुणवत्ता वाली ज़िंदगी जीने की तलाश है।
इस अध्ययन का एक और महत्वपूर्ण पहलु है। वे प्रतिभागी जो प्रति सप्ताह केवल एक योग कक्षा में भाग ले रहे थे, उन्होंने भी अवसादग्रस्त लक्षणों में महत्वपूर्ण सुधार देखा। यह सूचित करता है कि हॉट योग का अभ्यास करने के लिए आपको हर दिन या अत्यधिक समय नहीं लगाना पड़ता है। सीमित समय और प्रेरण
ा में भी, इसके लाभ हैं।
इस अध्ययन के परिणाम योग के मानसिक स्वास्थ्य पर पॉजिटिव प्रभाव को स्थिर करते हैं और उसे एक वैज्ञानिक रूप से साबित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में स्वीकार किया जा सकता है।