विश्व कप 2023 के एक रोमांचक मैच में, भारत ने श्रीलंका को भारी अंतर से हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली है। मुंबई के मुख्य वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में, भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एक बहुत बड़ा स्कोर खड़ा किया। टीम ने 357 रनों की पारी खेली, जिसके जवाब में श्रीलंकाई टीम महज 55 रन पर ही ढेर हो गई, और भारत ने यह मैच 302 रनों के विशाल अंतर से जीत लिया। इस जीत के साथ ही भारत ने लगातार सातवीं जीत दर्ज की और टूर्नामेंट में अपनी योग्यता साबित की।
भारत ने श्रीलंका को किया ढेर
विश्व कप 2023 के एक यादगार मैच में, भारतीय क्रिकेट टीम ने श्रीलंका को एक बड़े अंतर से हराकर अपनी विजयी यात्रा को जारी रखा। इस जीत के साथ, भारत ने न सिर्फ सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की, बल्कि टूर्नामेंट में अपनी जीत का परचम भी लहराया। भारत ने इस मैच में अपने सातवें मैच में जीत हासिल करते हुए कुल 14 अंकों के साथ सेमीफाइनल की ओर कदम बढ़ाया।
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए इस मैच में, भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एक विशाल स्कोर खड़ा किया। शुभमन गिल ने अपनी बल्लेबाजी का जलवा बिखेरते हुए 92 रनों की शानदार पारी खेली, जबकि विराट कोहली और श्रेयस अय्यर ने क्रमशः 88 और 82 रनों की महत्वपूर्ण पारियां खेलीं। इन तीनों बल्लेबाजों की बदौलत भारत ने 50 ओवर में 357 रनों का स्कोर बोर्ड पर टांग दिया।
श्रीलंका की ओर से दिलशान मदुशंका ने अपनी गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाजों को कुछ हद तक परेशान किया और पांच विकेट अपने नाम किए। हालांकि, जवाबी पारी में श्रीलंकाई टीम भारतीय गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाई और पूरी टीम मात्र 55 रनों पर सिमट गई। कसून रजिता ने सबसे अधिक 14 रन बनाए, लेकिन उनके अलावा श्रीलंका के अन्य बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाए।
भारत की ओर से मोहम्मद शमी ने अपनी तेज और सटीक गेंदबाजी से पांच विकेट चटकाए, जबकि मोहम्मद सिराज ने तीन विकेट लिए। जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा ने भी क्रमशः एक-एक विकेट अपने नाम किया, जिससे श्रीलंका की टीम को बड़े स्कोर का पीछा करने में कठिनाई हुई। इस जीत के साथ, भारत ने न केवल अपनी शक्ति और सामर्थ्य का प्रदर्शन किया, बल्कि आगामी सेमीफाइनल मैचों के लिए अन्य टीमों को एक स्पष्ट संदेश भी दिया कि वे इस विश्व कप में एक मजबूत दावेदार हैं।
भारत की बल्लेबाजी
विश्व कप 2023 के एक रोमांचक मैच में, भारतीय टीम ने एक शानदार पारी खेली, हालांकि शुरुआत में थोड़ी मुश्किल आई। कप्तान रोहित शर्मा जल्दी आउट हो गए, लेकिन फिर विराट कोहली और शुभमन गिल ने मैदान पर जादू बिखेरा। दोनों ने मिलकर 189 रन जोड़े, जिससे भारत की नींव मजबूत हो गई। शुभमन गिल ने अपनी पारी में 92 रन बनाए, जिसमें 11 चौके और दो छक्के शामिल थे। विराट कोहली भी शतक के करीब पहुंचे, लेकिन 88 रन पर आउट हो गए।
इसके बाद श्रेयस अय्यर और केएल राहुल ने भी तेजी से रन बनाए। राहुल ने 21 रन बनाए, जबकि श्रेयस ने अपनी पारी में 82 रन जोड़े और एक अर्धशतक भी बनाया। सूर्यकुमार यादव ने भी छोटी लेकिन तेज पारी खेली और 12 रन बनाए। अंत में रवींद्र जडेजा ने भी अच्छे हाथ दिखाए और 35 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली।
श्रीलंका की गेंदबाजी में दिलशान मदुशंका ने बहुत प्रभावित किया और पांच विकेट लिए। दुष्मंथा चमीरा को भी एक विकेट मिला। भारतीय टीम ने अपनी पारी में कुल 357 रन बनाए, जो एक बड़ा स्कोर है। इस स्कोर के साथ, भारत ने श्रीलंका के सामने एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा।
भारतीय टीम की बल्लेबाजी ने दिखाया कि उनके पास गहराई है और वे किसी भी स्थिति में अच्छा स्कोर कर सकते हैं। शुरुआती झटके के बाद विराट और शुभमन की साझेदारी ने मैच की दिशा बदल दी। विराट की तकनीक और शुभमन की आक्रामकता ने श्रीलंका के गेंदबाजों को परेशान किया। श्रेयस और राहुल ने भी अपने शॉट्स से दर्शकों का मनोरंजन किया।
इस पारी के साथ, भारत ने न केवल एक बड़ा स्कोर खड़ा किया, बल्कि यह भी दिखाया कि उनकी टीम में हर कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार है। विराट और शुभमन की बड़ी साझेदारी, श्रेयस का अर्धशतक, और जडेजा की तेज पारी ने भारत को एक मजबूत स्थिति में ला दिया। इस तरह की बल्लेबाजी ने भारत को न सिर्फ इस मैच में, बल्कि पूरे टूर्नामेंट में एक मजबूत टीम के रूप में स्थापित किया है।
अंत में, भारतीय टीम की इस पारी ने उनके प्रशंसकों को बहुत खुशी दी और आगामी मैचों के लिए उनका मनोबल बढ़ाया। अब देखना यह है कि भारतीय टीम इसी तरह की प्रदर्शनी आगे भी जारी रख पाती है या नहीं।
श्रीलंका की बल्लेबाजी
श्रीलंका की बैटिंग शुरू से ही लड़खड़ा गई थी। 358 रनों का विशाल लक्ष्य चुनौतीपूर्ण था, और श्रीलंकाई टीम ने पहले ही बॉल पर पथुम निसांका का विकेट खो दिया, जिन्हें बुमराह ने आउट किया। इसके बाद, सिराज ने अपने पहले ओवर में ही करुणारत्ने और समरविक्रमा को पवेलियन भेज दिया। कप्तान मेंडिस भी सिराज की गेंद पर एक रन बनाकर चलते बने। चार विकेट महज तीन रन पर गिर जाने के बाद, मैथ्यूज और असलांका ने कुछ समय के लिए श्रीलंका की उम्मीदें जगाईं, लेकिन शमी के आते ही विकेटों का पतन फिर से शुरू हो गया।
शमी ने एक के बाद एक पांच विकेट लेकर श्रीलंका की कमर तोड़ दी और भारत को जीत के बहुत करीब पहुंचा दिया। अंत में, जडेजा ने मदुशंका को आउट करके श्रीलंका की पारी का अंत किया।
श्रीलंका के नौ खिलाड़ी हुए आउट
श्रीलंका का स्कोर जब 49 रन था, तब उनका नौवां विकेट गिर गया। कसून रजिता ने 17 गेंदों में 14 रन बनाए और शमी की गेंद पर शुभमन गिल को स्लिप में कैच दे बैठे। इस मैच में यह शमी की पांचवीं विकेट थी। इस विश्व कप में अब तक उन्होंने तीन मैचों में कुल 14 विकेट हासिल किए हैं और विश्व कप के इतिहास में उनके कुल 45 विकेट हो गए हैं। इसके साथ ही वह विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं।
श्रीलंका का स्कोर 29 रन पर पहुंचते ही उनके आठ खिलाड़ी पवेलियन लौट चुके थे। मोहम्मद शमी ने अपनी घातक गेंदबाजी से मैथ्यूज को बोल्ड कर दिया, जिससे उन्होंने इस मैच में अपनी चौथी विकेट हासिल की। इस विश्व कप में शमी ने प्रत्येक मैच में चार या उससे अधिक विकेट लेने का कीर्तिमान बनाया है। मैथ्यूज ने 25 गेंदों में 12 रन बनाए और वे अपनी टीम के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।
भारत ने बनाया 357/8 का स्कोर
भारत ने श्रीलंका के समक्ष एक विशाल लक्ष्य की स्थापना की, जिसमें टॉस हारने के बाद पहले खेलते हुए उसने 357 रनों का स्कोर खड़ा किया। शुभमन गिल ने अग्रणी भूमिका निभाते हुए 92 रन बनाए, जबकि विराट कोहली और श्रेयस अय्यर ने क्रमशः 88 और 82 रनों के साथ महत्वपूर्ण योगदान दिया। श्रीलंका की ओर से गेंदबाजी में दिलशान मदुशंका ने प्रभावित करते हुए पांच विकेट अपने नाम किए।
भारतीय पारी की शुरुआत में जल्दी झटका लगा जब कप्तान रोहित शर्मा मात्र चार रन बनाकर मदुशंका की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद मैदान पर उतरे विराट कोहली ने शुभमन गिल के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 189 रनों की शानदार साझेदारी की। शुभमन ने अपनी पारी में 11 चौके और दो छक्के जड़े, लेकिन नर्वस नाइंटीज में विकेटकीपर कुसल मेंडिस के हाथों कैच आउट हो गए। विराट भी शतक से चूक गए और 88 रन बनाकर मदुशंका का शिकार बने। इसके बाद श्रेयस और केएल राहुल ने तेज गति से रन बनाए, लेकिन राहुल जल्द ही 21 रन बनाकर चमीरा के हाथों आउट हो गए। सूर्यकुमार यादव ने छोटी परंतु उपयोगी पारी खेली और 12 रन बनाए। श्रेयस ने अपनी पारी में वनडे करियर का 16वां अर्धशतक जड़ा और 82 रनों के साथ आउट हुए। अंत में, रवींद्र जडेजा ने भी अच्छी बल्लेबाजी की और 35 रनों का योगदान दिया, लेकिन आखिरी गेंद पर रन आउट हो गए।